June 01, 2024 2 min read

नीम करोली बाबा आश्रम और कैन्ची धाम में 15 जून का महत्व

कैन्ची धाम, भारत के उत्तराखंड राज्य में स्थित एक प्रसिद्ध आश्रम है। यह आश्रम दिव्य संत नीम करोली बाबा की कृपा से जाना जाता है। आइए जानते हैं इस आश्रम के बारे में और यह भी जानते हैं कि कैन्ची धाम में 15 जून को क्यों मनाया जाता है।

नीम करोली बाबा आश्रम

  • नीम करोली बाबा एक महान संत थे जिन्होंने अपने प्रेम और दयालु स्वभाव से लोगों का दिल जीत लिया।
  • 1960 के दशक में उन्होंने उत्तराखंड के नैनीताल के पास कैची नामक स्थान पर एक आश्रम की स्थापना की।
  • यह आश्रम आध्यात्मिक साधना और शांति पाने के लिए प्रसिद्ध है।
  • दुनिया भर से लोग यहां दर्शन के लिए आते हैं और बाबा के दिव्य आशीर्वाद को प्राप्त करने की इच्छा रखते हैं।
  • यहां तक ​​कि कई प्रसिद्ध हस्तियां भी बाबा की शिष्य रही हैं, जिनमें से Apple के संस्थापक स्टीव जॉब्स भी शामिल हैं।
नीम करोली बाबा आश्रम और कैन्ची धाम में 15 जून का महत्व

कैन्ची धाम में 15 जून का महत्व

  • कैन्ची धाम में 15 जून को 'प्रतिष्ठा दिवस' के रूप में मनाया जाता है।
  • इस दिन को इसलिए महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि इसी दिन 1962 में आश्रम में हनुमान जी की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा की गई थी।
  • प्राण-प्रतिष्ठा का अर्थ है – किसी मूर्ति में विधि-विधान के साथ देवता का आह्वान करना।
  • माना जाता है कि इसी दिन से कैन्ची धाम को एक आधिकारिक आश्रम के रूप में मान्यता मिली थी।

यह दिन आश्रम के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है।

  • इस दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु आश्रम आते हैं और हनुमान जी के दर्शन कर पूजा-अर्चना करते हैं।
  • भंडारे का आयोजन किया जाता है और भजन-कीर्तन का आयोजन होता है।
  • कुल मिलाकर, 15 जून का दिन कैन्ची धाम में आस्था, भक्ति और उत्सव का दिन होता है।

आप भी अगर अध्यात्म और शांति की अनुभूति करना चाहते हैं, तो कैन्ची धाम जरूर जाएं। खासकर, 15 जून को होने वाले समारोह में शामिल होकर आप इस पवित्र स्थान के महत्व को और गहराई से अनुभव कर सकते हैं।